शुरुआत और उद्देश्य

मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, की शुरुआत 1 मई 2021 को की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य है राजस्थान के नागरिकों को उच्च-गुणवत्ता की मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराना ताकि गंभीर बीमारी, सर्जरी या अस्पताल में भर्ती होने पर आर्थिक बाधा न बने। “चिरंजीवी” नाम का तात्पर्य है दीर्घायु, अर्थात् लंबे, स्वस्थ जीवन की दिशा में एक कदम।
कवरेज और लाभ
योजना के तहत अब प्रति-द्वार परिवार कुल ₹25 लाख तक का मेडिकल कवरेज मिलता है। साथ ही दुर्घटना कवर के लिए अतिरिक्त ₹10 लाख का बीमा भी मौजूद है। यह कवरेज अस्पताल में भर्ती इलाज, सर्जरी, गंभीर बीमारी, डायग्नोस्टिक टेस्ट, पोस्ट-ऑपरेशन देखभाल आदि को शामिल करता है। योजना अब लगभग 1790 मेडिकल प्रक्रियाओं और पैकेजेज को कवर करती है। इलाज कैशलेस मोड में होता है लाभार्थियों को अस्पताल में भर्ती के समय भुगतान की चिंता नहीं होती।
पात्रता और लागत / प्रीमियम
- राजस्थान का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- SECC-2011 या NFSA / जन-आधार / BPL परिवार पात्र माने जाते है। साथ ही छोटे किसान, संविदा कर्मचारी, EWS इत्यादि भी पात्र है।
- यदि कोई परिवार पात्र श्रेणी में न आता हो, तब भी वार्षिक प्रीमियम 75 डॉलर का भुगतान करके इस योजना का लाभ उठा सकता है।
लागत / प्रीमियम
- पात्र (BPL / SECC / NFSA आदि) परिवारों के लिए यह योजना मुफ्त है।
- अन्य परिवारों के लिए प्रीमियम केवल 75 रूपये / वर्ष है — जिससे यह योजना बेहद किफायती बन जाती।
- विमा कंपनियों विभिन्न निवासियों के लिए विभिन्न लाभकारकों द्वारा विभाजित कर एक पूरी लाइन प्रदर्शित करेंगे।
अस्पतालों का नेटवर्क
- इस योजना के अंतर्गत सरकारी और निजी दोनों तरह के पैनल-हॉस्पिटल सम्मिलित हैं। लाभार्थी किसी भी पैनल-हॉस्पिटल में जाकर इलाज करा सकते हैं।
- अस्पतालों की सूची राज्य सरकार के पोर्टल या अस्थायी अस्पताल लिस्ट (PDF / वेबसाइट) पर देखी जा सकती है।
हॉस्पिटल ट्रीटमेंट प्रोसेस
इस सब्सिडी खाता का लेने का लाभ केवल जब तक आप हॉस्पिटल में भर्ती रहते हैं| इसका प्रयोग नामलेन (OPD) का इलाज कराने में नहीं किया जा सकता| रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने से पहले आवश्यक निवेदन स्वरूप दस्तावेज़ कर्मचारि कॉलेज को जमा करना होगा| यही दस्तावेज़ हैं –जनआधारकार्ड, पर्ची/निवेदन पत्र, डॉक्टर की रिपोर्ट, और मेडीकल टेस्ट का रिपोर्ट। इंदेजनिऔसी के लिहाज से प्री-एप्रूवल इमर्जेंसी मामले के अंतर्गत नहीं आते हैं; अध्यसित और सांगटनीऔर अन्य तरल चिकित्सा के लिए प्री-एप्रूवल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना सुधार और योजना में विस्तार
PM कवर ₹ 5 लाख था; बाद में यह वृद्धि कर ₹ 10 करोड़ समेत वर्तमान में ₹ 25 करोड़ कर दिया गया ह। दुर्घटना कवर के साथ। योजना को बेहतर और व्यापक बनाने के लिए सरकारी और निजी अस्पताल नेटवर्क को विस्तारित किया गया ह। इससे प्राप्तांको को सुविधाएं मिलीं।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना से किसे लाभ मिला है
NFSA, BPL, EWS परिवार जो हमेशा हाई-फाई सुविधाओं से मंहूस होकर पहले अस्पताल के खर्च से कुत्ते बिल रोज के खेर पाने की सोचते थे। आज उसी सुविधाओं में कैशलेस इलाज करने की सुविधा सुनिश्चित कर रहे हैं।
बड़ी बीमारियाँ : कैंसर, किडनी, हृदय, सर्जरी, ट्रांसप्लांट के इलाज के दौरान के इस भार को घटा, उनके जीवन को सुरक्षित करने में मदद मिल रही है।
दुर्घटना, चोट, किसी अचानकी स्थायीन के दौरान असमय भर्ती, एवं सभी के बड़े मेडिकल जरुरतीयों के चलते सारा परिवार अर्थ क्षेत्र को बड़ा महत्व देने लगा है।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना उपयोग कैसे करें : रजिस्ट्रेशन और आवेदन प्रक्रिया
वह पत्रधारी जिसका परिवार पहले से SECC/NFSA/जन-आधार इत्यादि में पंजीकृत है| उसे अलग से रजिस्ट्रेशन की अवश्यकता नहीं होती है।
अन्य लाभार्थी किसान छोटे, संविदा कर्मचारी इत्यादि को प्रीमियम भुगतान (₹850) करके या ऑनलाइन आवेदन कर योजना में शामिल होना पड़ता है।
आवेदन के लिए जरूरी कागजात : आधार कार्ड, पता प्रमाण, आय प्रमाण, जन-आधार/राशन कार्ड/ NFSA/BPL प्रमाण इत्यादि।
अस्पताल में भर्ती होने पर CHIRANJEEVI कार्ड दिखाना पड़ता है इसके बाद कैशलेस इलाज उपलब्ध होता है।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना क्यों महत्वपूर्ण योजना?
भारत में कई परिवारों की स्वदेशी स्वास्थ्य सेवाओं की लागत अधिक है, सेवाओं का यह खासतौर से गंभीर बीमारियों के समय में अधिक लागत आता है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना,जैसी योजनाओं में कमजोर वर्ग को धरोहर के रूप में पैसों की सहायता प्रदान करने से अधिक संकेतिक महत्वपूर्ण धाराओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं के साधनों और स्वास्थ्य सेवा के वित्त के प्रबंधन पर संसद को मजबूती देने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना,जैसी योजनाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सहायताओं के साथ संदर्भ जमा कर सकते हैं। इस तरह से इसे स्वास्थ्य और सम्बंधित असुरक्षा (medical insecurity) में अदान का मार्ग देने लगता है और स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं हर घर में लोक्यमनीय उपयोग प्राप्त करने के प्रयास को उदार छवि देती हैं।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना सीमाएँ और चुनौतियाँ
केवल इन-पेशेंट इलाज अर्थात लोगों के अस्पताल में भर्ती होने तक मात्र इस योजना का लाभ दिया जाता है। आम OPD सामान्य मेडिकल खर्च और दवाइयाँ हमेशा कवर नहीं होतीं।
एक और समस्या इस योजना की दलीले मानने वाले परिवारों को अस्पताल सूची, दस्तावेज़ और अलग-अलग प्रक्रियाओं में प्रॉब्लम हो सकती है। विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में।
हालात, अस्पताल का प्रकार, उपलब्धता, और पैनल-हॉस्पिटल के सुविधाएं सभी राज्यों में एक समान नहीं हो सकतीं ऐसे में पहुंच अच्छी तरह से सीमित हो सकती है।
निष्कर्ष : मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, राजस्थान सरकार की लक्ष्य-उन्मुख पहल है, जिसने स्वास्थ्य क्षेत्र में वित्तीय बाधाएँ कम करने का साहसिक कदम उठाया है। इस योजना के माध्यम से हजारों एंग्रीज को संवेदनशील औसधि सेवाएँठीं, और बीमारी के समय पैसों के मसाले से छुटकारा मिला है।
यदि पर्याप्त जागरूकता हो, यदि नेटवर्क सही हो और यहाँ योजना संचालन में सहायक हो, तो स्वास्थ्य विश्वस्य बेरोजगर सेंकांगलन के संदर्भों से इसका स्वास्थ्य दृष्टिकोण और प्रभावी प्रयोग हो सकता ह।

